BIOS/बायोस क्या होता है/What is BIOS? - LS Home Tech

Saturday, May 1, 2021

BIOS/बायोस क्या होता है/What is BIOS?

BIOS/बायोस क्या होता है/What is BIOS?

अगर आप कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं तो आपने जरूर कहीं न कहीं BIOS के बारे में जरूर पढा या सुना होगा। अगर आपको इसके बारे में नहीं पता है तो आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे, इसलिए आपसे निवेदन है, कृपया आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें। आपको Bios से जुड़ी हर तरह की जानकारी हम देंगे। इसमे हम आपको बताएंगे कि बायोस क्या होता है, बायोस का काम क्या होता है, बायोस कंप्यूटर में कैसे काम करता है, बायोस कंप्यूटर में कहाँ स्थित होता है ओर बायोस को आप कैसे Access ओर Use कर सकते हैं। साथ ही इसके साथ जुड़ी अन्य जानकारी भी हम आपको इस आर्टिकल में देंगे।

What is BIOS

BIOS Full Form in Hindi/English

सबसे पहले ये जानना बेहद जरूरी है कि इसका नाम BIOS क्यों है? दरअसल बायोस Basic Input Output System का Short Form या Shortcut है, ओर इसे हिंदी भाषा मे "आधार निवेश निर्गम तंत्र" कह सकते हैं।

BIOS क्या होता है?
बायोस एक तरह का Firmware होता है, इसे हम एक Software या Code भी कह सकते हैं। जब भी कंप्यूटर पहली बार स्टार्ट होता है, तो इसमे सबसे पहले बायोस ही काम करता है, या कंप्यूटर में Run होता है। ये एक तरह का Automatic प्रोग्राम होता है, जो पावर ऑन होते ही अपना काम शुरू कर देता है। बायोस की मदद से ही कंप्यूटर में Boot प्रक्रिया शुरू होती है, ओर जैसे ही कंप्यूटर Boot हो जाता है, तो बायोस का काम खत्म हो जाता है। कंप्यूटर का System Software ऑन होते ही बायोस Sleep Mode में चल जाता है।

BIOS का काम क्या होता है?
बायोस का काम होता है, किसी भी कंप्यूटर को Start करना। बायोस के बिना किसी भी कंप्यूटर का चलना या काम करना नामुमकिन होता है। जब भी आप किसी भी कंप्यूटर को स्टार्ट करते हैं, तो सबसे पहले बायोस एक्टिवेट होकर काम करता है, उसके बाद ही इसकी सभी प्रणालियां सही से काम करती हैं। जब भी कोई कंप्यूटर Motherboard बनता है, तो फैक्ट्री में ही इसमे BIOS को एक चिप में स्टोर किया जाता है। हम बायोस डाटा को बदल नहीं सकते, ना ही इसके साथ कोई छेड़छाड़ कर सकते हैं, हां इसको अपडेट जरूर किया जा सकता है।

BIOS कैसे काम करता है?
जब भी आप अपने Desktop या Laptop कंप्यूटर को On करते हैं, बायोस ये सुनिश्चित करता है कि आपके कंप्यूटर के साथ जितने भी Hardware लगे है, क्या वो सही से काम करते हैं या नहीं। इन हार्डवेयर में Hard Disk, Processor, RAM, Printer, Mouse, Keyboard या अन्य कोई भी डिवाइस जो आपके कंप्यूटर से जुड़ा हुआ है। कंप्यूटर बायोस को ये भी पता होता है कि इसमे लगा कोनसा हार्डवेयर Input के लिए है, ओर कोनसा हार्डवेयर Output के लिए है। बायोस द्वारा इन सबको चेक करने के बाद ही प्रोसेसर अपना काम शुरू करता है, ओर Operating System को चालू करता है।

कंप्यूटर में BIOS के मुख्य काम।
BIOS किसी भी कंप्यूटर सिस्टम के अंदर, उसमे लगे Hardware ओर Operating System के बीच एक Bridge का काम करता है। इन्ही के तालमेल से कंप्यूटर अपना काम करता है।

POST, यानी Power On Self Test, इसका मतलब ये है कि जब भी हम कंप्यूटर को On करते हैं, तो सबसे पहले BIOS ये चेक करता है कि कंप्यूटर से जुड़े सभी जरूरी Hardware सही से काम करते हैं या नहीं।

SETUP, प्रक्रिया के दौरान BIOS, Motherboard ओर Chipset को Configure करता है।

BOOTSTRAP LOADER, यह एक तरह का प्रोग्राम या कोड होता है जो कि EPROM में स्टोर होता है, जो कि कंप्यूटर के चालू होने पर Automatics प्रोसेसर द्वारा Execute किया जाता है, ओर Operating System लोड करने के लिए हार्ड डिस्क को Boot करता है। इस प्रक्रिया के बिना कंप्यूटर में किसी भी तरह के ऑपरेटिंग सिस्टम को इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। Boot प्रक्रिया के माध्यम से ही कंप्यूटर के अंदर OS को इनस्टॉल किया जाता है।

कंप्यूटर में BIOS कहां होता है?
BIOS कंप्यूटर मदरबोर्ड के ऊपर लगी EEPROM यानी Electrically Erasable Programmable Read Only Memory चिप के अंदर स्टोर होता है। इसे आप सिर्फ Update कर सकते है, पूर्णतय बदल नहीं सकते। BIOS की सभी सेटिंग CMOS यानी Complementary Metal Oxide Semiconductor चिप के अंदर स्टोर होती है, जिसे CMOS Battery के द्वारा कंप्यूटर Off होने पर भी Power Supply दी जाती है।

CMOS बैटरी एक तरह का Cell ही होता है, जो आकार में गोल होता है। इसी के द्वारा कंप्यूटर की पावर ऑफ होने पर भी CMOS चिप को पावर मिलती रहती है। इसी बैटरी के कारण ही आपके कंप्यूटर की Date ओर Time सही से काम करते रहते हैं। जैसे ही आप कभी भी मदरबोर्ड से बैटरी निकल देते हो तो तुरंत ही BIOS रिसेट हो जाता है, ओर By Default मोड में चला जाता है, साथ ही डेट ओर टाइम भी बदल जाता है।

BIOS को कैसे Access किया जाता है?
सबसे पहले ये ध्यान रखें कि BIOS को आप कंप्यूटर को ऑन करते ही Access कर सकते हैं। इसमे आपको ये भी ध्यान रखना होगा कि आपके पास किस कंपनी का कंप्यूटर या लैपटॉप है, क्योंकि अलग-अलग ब्रांड में बायोस ओपन करने के लिए अलग Shortcut Key होती हैं जो नीचे दी गई है।
Company Keys
Acer F2
HP F10
Dell F2
Lenovo F1, F2
Sony F1, F2, F3
Samsung F2
कुछ कंप्यूटर में इन सभी Keys के अलावा भी ऑन करते ही Esc ओर Delete बटन दबाने से भी BIOS ओपन हो जाता है। अगर उपरोक्त Key काम ना करे तो आप इनको भी आजमा सकते हैं।
Basic input output system

क्या BIOS को अपडेट किया जा सकता है?
जी हां BIOS को अपडेट किया जा सकता है, आमतौर पर इसे अपडेट करने की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन जब भी आप किसी पुराने मदरबोर्ड में नई जनरेशन के CPU को लगाना चाहे तो इसके लिए आपको, BIOS को अपडेट करने की आवश्यकता होती है। बिना बायोस को अपडेट किये आपका मदरबोर्ड नई जनरेशन के CPU को सपोर्ट ही नहीं करेगा। इस विधि द्वारा 6th जनरेशन के बोर्ड में आप 7th जनरेशन का सीपीयू लगाकर चला सकते हैं।

BIOS को अपडेट करने के तरीके।
बायोस को आप दो तरीकों से अपडेट कर सकते हैं। पहला तरीका होता है, आप किसी भी Pen Drive में उस CPU की BIOS फ़ाइल को इंटरनेट से डाउनलोड करके ले लें। इसके बाद बायोस को बूट करके इसे अपडेट कर सकते हैं।

बायोस को अपडेट करने का दूसरा तरीका है Windows से Update करना। इसके लिए आपको अपने कंप्यूटर में विंडो को ओपन करके, ब्राउज़र से अपने Motherboard की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर नए CPU के लिए सपोर्टेड बायोस को डाउनलोड करना होगा। इसके बाद आप इस सेटअप को चलाकर बायोस को अपडेट कर सकते हैं।

बायोस अपडेट करते वक़्त सावधानी।
BIOS को अपडेट करने से पहले आपको कुछ बाते ध्यान में रखनी है, जैसे की अगर आपके पास एक Desktop कंप्यूटर है, और उस कंप्यूटर में UPS नहीं लगा है, तो मैं आपको यही सलाह दूंगा की आप किसी Hardware Shop से ही बायोस को अपडेट करवाएं। इसका कारण ये है कि BIOS अपडेट करते समय बिजली चली गयी तो आपका मदरबोर्ड Dead होने जे चांस होते हैं। अगर आपके पास लैपटॉप है तो बायोस को अपडेट करने से पहले अपने लैपटॉप की बैटरी को पूरा चार्ज रखे ताकि अपडेट करते वक़्त कोई दिक्कत ना आये।

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