E-Mail का अविष्कार ओर History in Hindi
नमस्कार स्वागत है आपका हमारे Technology Blog LSHOMETECH पर, यहां पर हम आपके लिए हर बार एक नए विषय की पूर्ण जानकारी के साथ लेख को लेकर आते हैं, ओर आज हम आपके लिए E-Mail से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी लेकर आये है, जिसमे हम आपको बताएंगे कि E-Mail क्या है?,
E-Mail का अविष्कार किसने ओर कब किया? E-Mail का इस्तेमाल कैसे किया जाता है? पूरी जानकारी के लिए Article को पूरा पढ़ें।
E-Mail क्या है?
E-Mail यानी Electronic Mail ओर हिंदी की बात करें तो इसे विपत्र कहते हैं। E-Mail का इस्तेमाल हम सिर्फ इंटरनेट के द्वारा ही कर सकते हैं, बिना इंटरनेट के इसका कोई औचित्य नहीं है। यानी इंटरनेट के द्वारा आपस मे पत्र भेजने का एक विकल्प है। जैसे पहले के समय मे जब Technology का दौर नहीं था तब पत्राचार से ही एक दूसरे तक Information पहुंचे जाती थी। तब पत्र को दिए गए पते पर पहुंचाने का काम आदमी करता था, लेकिन अब वही काम Digital तरीके से होता है, इसमे मेहनत और समय दोनो की बचत होती है। आज ई-मेल का उपयोग हर जगह हो रहा है, चाहे वह घर, स्कूल, कॉलेज, कोर्ट, उद्योग, बैंक या कोई भी सरकारी या प्राइवेट कार्यालय हो।
E-Mail कैसे भेजे जाते हैं?
आजकल E-Mail भेजने के लिए आप Computer, Mobile, Tablet सब का इस्तेमाल कर सकते है, बस इनमे इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। किसी भी E-Mail को एक पते से दूसरे पते पर भेजने के लिए एक E-Mail Address/पते की जरूरत होती है, ओर ये E-Mail Address आपके User Name ओर Domain Name से मिलकर बनता है, ओर साथ मे इनमे कुछ Digital Symbol भी इस्तेमाल किये जा सकते हैं। आजकल इंटरनेट पर बहुत सारी Paid/देय ओर Free/मुफ्त सेवाएं उपलब्ध है, जिनके इस्तेमाल से आप इस E-Mail सेवा का लाभ उठा सकते हैं। E-Mail भेजने के लिए आपको अपनी Mail ID से एक Mail तैयार करना होता है, जिसमे आप पाठ/लिखित सामग्री, तस्वीर ओर हर तरह की अन्य फ़ाइलें/दस्तावेज भेज सकते हैं। इसके बाद आपको जहाँ पर Mail भेजनी है उस Mail Address को Address Box में लिखकर उस पर आप अपनी मेल भेज सकते हैं। जैसे ही आप Send बटन दबाते हैं चंद सेकंड में ही E-Mail प्राप्तकर्ता तक पहुंच जाती है।
History of E-Mail, ई-मेल का इतिहास
E-Mail को Ray Tomlinson का अविष्कार माना जाता है, क्योंकि सबसे पहले इन्होंने ही साल 1972 में इसके माध्यम से एक Mail/संदेश भेजा था। इन्होंने ही @ चिन्ह का खोजकर्ता भी माना जाता है।
E-Mail औपचारिक मान्यता
साल 1978 में एक भारतीय अमेरिकी V. A. Shiva Ayyadurai ने एक Computer Program तैयार किया जिसे E-Mail/ई-मेल का नाम दिया गया। इस प्रोग्राम के अंदर Inbox, Outbox, Attachments, Folders, Memo इत्यादि काफी सारे विकल्प थे। इसके बाद E-Mail के औपचारिक रूप से अविष्कारक के रूप में 30 अगस्त 1982 को अमेरिकी सरकार ने V. A. Shiva Ayyadurai को मान्यता दी।
प्रचलित कुछ प्रमुख मेल सेवाएं प्रदाता
जी-मेल/G-Mail
याहू-मेल/Yahoo-Mail
रॅडिफ़-मेल/Redif-Mail
हॉट्-मेल/Hot-Mail
ई-पत्र/E-Patra
सिफ़ी/Sifi-Mail
इण्डियाटाइम्स/Indiatimes-Mail
जपाक-मेल/Zapac-Mail
ए.ओ.ल. मेल/AOL-Mail
E-Mail को भेजने ओर प्राप्त करने के लिए जिन Server का इस्तेमाल किया जाता है आइये उनके बारे में भी जान लेते हैं। क्योंकि E-Mail को भेजने ओर प्राप्त करने के लिए हमे Internet की जरूरत होती है, ओर हम अपने किसी भी मेल को किसी भी Web Browser की मदद से भेजते या प्राप्त करते हैं। अब इसमे सर्वर का क्या काम होता है, ये कितने प्रकार के होते हैं, ओर इसके Protocol क्या-क्या होते हैं, वो सब आपको नीचे दी गयी जानकारी से पता चल जाएगा।
POP3 Mail Server
POP3 का मतलब है Post Office Protocol 3, इसमे मेल प्राप्तकर्ता किसी भी Application या Browser के द्वारा Mail Server द्वारा मेल को देखते हैं। इसमे सामान्यतः मेल देखने या पढ़ने के बाद वो खुद ही Server से हट जाता है, हाँ आपके मेल आईडी पर जरूर रहता है, जब तक आप खुद उसको नहीं हटाते।
IMAP Mail Servers
IMPA का मतलब है Internet Message Access Protocol. इसके अंतर्गत आप बहुत सारे अलग-अलग उपकरण के द्वारा E-Mail को पढ़ भी सकते हैं, ओर उनको हटा भी सकते हैं। इस प्रोटोकॉल का इस्तेमाल छोटे और Portable Equipment's में किया जाता है, जैसे Smartphone, Tablets इत्यादि। इसका इस्तेमाल हम यात्रा के दौरान कर सकते हैं और हर मेल पर नज़र रख सकते हैं। इस तरह के संदेश/मेल में आपको Header ओर Title भी दिखाई देता है। इसमे Mail को पढ़ने या उसमे उपलब्ध सामग्री को Download करने के लिए आपको Server Permission की जरूरत पड़ती है।
MAPI Mail Server
MAPI का मतलब Messaging Application Programming Interface होता है, जो कि Microsoft Windows के लिये बना API है, जिसका उपयोग आमतौर पर Microsoft Exchange Server से Connect करने के लिए किया जाता है। इसका इस्तेमाल पहले ज्यादा किया जाता था जब Outlook को मेल के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
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