What is Domain?,डोमेन क्या होता है, तथा इसके प्रकार जानिए विस्तार से। DNS - LS Home Tech

Sunday, March 10, 2019

What is Domain?,डोमेन क्या होता है, तथा इसके प्रकार जानिए विस्तार से। DNS

दोस्तो नमस्कार हमारे वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। हम अपने इस वेब पोर्टल पर टेक्नोलॉजी और एजुकेशन से संबंधित ब्लॉग पोस्ट करते हैं आप हमारे इस पोर्टल पर किसी भी प्रकार की कंप्यूटर, एजुकेशन और सामान्य जो टेक्निकल नॉलेज है उससे संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, और आज के इस आर्टिकल में, मैं आपको बताऊंगा की डोमेन नेम क्या है? डोमेन कितने प्रकार के होते हैं? 

डोमेन क्या होता है? What is Domain?

आइये जान लेते हैं डोमेन क्या है? 
दोस्तों डोमेन को मैं आपको एक सीधी लाइन में और छोटी लाइन में समझा सकता हूं जब भी हम कोई भी वेबसाइट खोलते हैं, उसके एड्रेस बार में जो हम टेक्स्ट एंटर करते हैं जिसके साथ .com,.gov. .in, .biz, .net या कोई भी डॉट के बाद लगा एक्सटेंशन हो, वो डोमेन कहलाता है। इंटरनेट पर आपके वेबसाइट या ब्लॉग की पहचान के लिए आपके पास एक नाम होना चाहिए जिसे हम डोमेन नाम/domain name कहते हैं। इसी डोमेन नाम से आपकी website/blog की पहचान होती है। जैसे आप हमारी वेबसाइट को ले लीजिए जिसमें https://www.lshometech.com है, इसके साथ .com लगा है यही असल में डोमेन नाम है। यह हमारा जो वेब एड्रेस है, हमारी वेबसाइट का, इसी को हम डोमेन बोलते हैं। यानी सीधे अर्थों में हम यह कह सकते हैं किसी भी वेबसाइट का एड्रेस उसका डोमेन नाम होता है। डोमेन नेम के माध्यम से ही हम किसी भी वेबसाइट को सीधे एक्सेस कर पाते हैं। अगर मैं आपको इससे भी आसान शब्दों में समझाने की कोशिश करूँ तो यह इस प्रकार से आप समझ सकते हैं, जैसे कि हमारा सबका घर का एक एड्रेस/Address होता है, ठीक उसी प्रकार इंटरनेट की दुनिया में भी डोमेन नाम किसी भी वेबसाइट का पता ही होता है, जिसे हम web address कहते हैं। 

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आइए अब मैं आपको बता दूं कि डोमेन नाम की शुरुआत कैसे हुई। शुरुआती दौर में जब वेबसाइट का डेवलपमेंट हुआ था उस वक्त जो डोमेन नेम था वो उसका IP Address होता था जो इस प्रकार से था जैसे 114.2225.1232.2.1 या 123.1234.123.1.1 इनको याद रखने में बहुत दिक्कत आती थी, हर कोई इस तरह के वेब एड्रेस को याद नहीं रख पाता था। जैसे-जैसे वेबसाइटों की संख्या बढ़ने लगी तब इन IP एड्रेस को याद रखने में ज्यादा दिक्कत आने लगी। आप एक अंदाज़ा लगा सकते हैं की आज किसी भी वेबसाइट का IP एड्रेस 123.1234.123.1.1 ऐसा होता तो आपको कितनी दिक्कत होती। अगर फेसबुक का एड्रेस 123.1234.123.1.2  होता तो आपके लिए बहुत दिक्कत होती है इनको याद रखना। इसी नंबर सिस्टम की समस्या से निजात पाने और कुछ नया करने के लिए DOMAIN NAME SYSTEM यानि DNS नामक एक नई युक्ति का इज़ाद किया गया। पहली बार DNS जारी करने का काम America की कंपनी ICANN(Internet Corporation of Assigned Names and numbers) ने किया। 



कैसे काम करता है डोमेन?
DNS यानि Domain Name System इसे हम हिंदी में डोमेन नाम विधि भी कहते हैं। हम इंसान किसी भी डोमेन नाम को आसानी से याद रख सकते हैं। डोमेन IP Address का ही एक रूप होता है। हम बेशक कंप्यूटर पर वेबसाइट को उसके डोमेन नाम से लिखते हैं लेकिन कंप्यूटर का algorithm उसको नंबर सिस्टम में ही read करता है। जैसे ही कोई यूजर ब्राउज़र के address bar में वेब एड्रेस/डोमेन नाम टाइप करता है, वो Server पर जाकर IP Address में बदल जाता है। 


डोमेन नाम कितने प्रकार के होते हैं?
डोमेन नाम सामान्यत तीन प्रकार के होते हैं। Top/First Level, Second Level, Third Level.

Top/First Level Domain/टॉप लेवल डोमेन्स
टॉप लेवल Domain Name की वैल्यू सबसे ज्यादा होती है, Google search engine और दुसरे search engine Top Level Domains को ज्यादा प्रार्थमिकता देते है। यहाँ हम आपको Top Level Domains के कुछ उदहारण दे रहे हैं, जैसे :
.Com (Commercial sites)
.Org  (Organization sites)
.Biz   (Business sites)
.Edu  (Education sites)
.Gov (Government sites)


सेकंड लेवल डोमेन Country Code Top Level Domain (CcTLD) होते हैं।
Country Code टॉप लेवल डोमेन भी एक तरह का Top Level Domain ही है, बस फरक इतना है की अगर आप इस लेवल के डोमेन को खरीदते है तो कोई भी देख के बता सकता है, की आपकी वेबसाइट किस देश की है, या किस देश की  है? Country Code लेवल डोमेन्स तब चुनते है, जब आपका टारगेट एक पूरा देश हो। यहाँ कुछ उदहारण दे रहे हैं Country Code टॉप लेवल डोमेन के। 
.in (India)
.us (United States)
.br (Brazil)
.uk (United kingdom)

थर्ड लेवल डोमेन/Third Level
थर्ड लेवल डोमेन सेकंड लेवल डोमेन से पहले आता है, इसे हम सब-डोमेन (Sub-domain) भी कहते है।  सब-डोमेन आप फ्री मे भी बना सकते है। इसके लिए आपको डोमेन नाम खरीदने की जरुरत नहीं होती। अगर आपके पास एक डोमेन है, तो आप उसका सब-डोमेन आसानी से बना सकते है। जैसे की हम अगर अपनी वेबसाइट gyan.lshometech.com इसमे gyan हमारा सब-डोमेन है। 



अगर आप भी अपनी खुद की वेबसाइट बनाना चाहते है तो आपको भी Domain name खरीदना होगा, इसे आप Domain name सर्विस प्रोवाइडर से खरीद सकते हैं, इसके लिए आपको उनकी कीमत चुकानी पड़ेगी, इनकी कीमत आपके डोमेन नेम के हिसाब से होती है, जो ज्यादा नहीं होती। यहाँ पर हम कुछ domain name service provider की लिस्ट दे रहे हैं। 

  • Bigrock.co
  • GoDaddy.com
  • Domain.com
  • Name.com
  • Namecheap.com
  • HostGator.in
  • Znetlive.com
  • eWeb Guru.com
दोस्तों आशा करता हूँ आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर हमारे द्वारा दी गई जानकरी अच्छी लगी तो इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा लोगो तक Share करे तथा इस आर्टिकल संबंधी अगर किसी का कोई भी सुझाव या सवाल है तो वो हमें जरूर लिखें।

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