QR कोड क्या होता है? इसकी कार्यप्रणाली समझें।
डिजिटल क्रांति के इस दौर में हमें हर रोज कुछ न कुछ नया देखने और इस्तेमाल करने को मिल रहा है। इसी क्रांति का एक भाग जो आज हमारे जीवन का एक हिस्सा बन चुका है, वो है QR कोड, जिसे आप ओर हम कहीं न कहीं सब इस्तेमाल करते ही हैं। आजकल ये कोड आपको हर छोटी से लेकर बड़ी दुकान के आगे या उनके काउंटर पर चिपके या रखे हुए मिल जाएंगे। जी हां अभी जो आपके दिमाग मे आया है हम उसी की बात कर रहे है, एक चौकोर ओर ब्लैक एंड वाइट डिब्बे की जिसके अंदर बहुत से छोटे पिक्सेल बने होते हैं, ओर जिसको स्कैन करते ही आपके सामने उसकी पूरी डिटेल आ जाती है। तो आइए आज हम आपको QR कोड के बारे में समस्त जानकारी दे देते हैं, कि QR कोड क्या होता है, ओर इसकी कार्यप्रणाली क्या है?
Full Form of QR Code
QR का मतलब होता है Quick Response Code यानी इसे तुरंत ओर त्वरित सूचना दिखाने वाला कोड कहा जाता है, जिसे स्कैन करते ही आपकी स्क्रीन पर पूरी डिटेल मौजूद होती है। इस कोड के अंदर ही किसी भी प्रोडक्ट या सिस्टम की पूरी जानकारी छुपी रहती है।
QR कोड के अंदर छिपी हुई जानकारी को हम ओर आप अपनी आंखों से नहीं पढ़ पाते, इसे पढ़ने के लिए QR कोड स्कैनर की जरूरत पड़ती है, जिसे आप अपने मोबाइल, टेबलेट, कोड स्कैनर की मदद से स्कैन कर उसकी डिटेल देख सकते हैं। दरअसल क्यूआर कॉड बार कोड का ही एक विकसित रूप है। Bar Code वो होता है जो किसी भी प्रोडक्ट पर लाइन के रूप में बना हुआ होता है, जबकि QR कोड एक चौकोर बॉक्स में बना होता है। QR कोड, Bar कोड की बजाय ज्यादा जानकारी अंदर रख सकता है, ओर अत्यंत तेजी से उसका आउटपुट भी देता है।
QR Code का उपयोग कहां-कहां पर होता है?
आजकल क्यूआर कोड का इस्तेमाल सबसे ज्यादा Online Payment ओर पैसों के सुरक्षित लेन-देन में होता है, ओर इसके अलावा प्रोडक्ट निर्माण, Order ओर Product Tracking, Sales Management, Retail, Advertising, Marketing, Coupons, Tickets, Transportation, Boarding Pass इत्यादि में हो रहा है।
QR कोड का आविष्कार किसने ओर कब किया?
QR Code के आविष्कार का श्रेय जापान की एक कार कंपनी Denso Wave Corporation के एक इंजीनियर को दिया जाता है। साल 1994 में Masahiro Hara नाम के एक व्यक्ति ने कार के पुर्जों को व्यवस्थित ओर क्रमानुसार उनको ढूंढने के लिए QR कोड को इस्तेमाल में लाने की सोची थी। उन्होंने कंप्यूटर टेक्नोलॉजीज की मदद से कार के हर पुर्जे की जानकारी एक छोटे से Code यानी QR के अंदर समाहित कर दी। उनका ये प्रयोग पूर्ण रूप से सफल भी रहा ओर आज हम सब उनके द्वारा ईजाद किये गए कोड का डिजिटल रूप से सबसे ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं।
QR कोड का प्रारूप/Structure of QR Code
QR कोड देखने मे एक चौकोर काले बिंदुओं ओर वर्गाकार छोटे बाक्स से मिलकर बना होता है। इसमें Dots, Square, Blank Space काले और सफेद रंग में बने होते हैं, ओर ये सभी चीजें मिलकर एक बड़ा वर्गाकार बाक्स बनाते हैं। ओर इन्हीं सब चीजों के अंदर ही कोई भी Data डिजिटल तरीके से समाहित रहता है। इसके अंदर आप Digit, Text, Image, Video इत्यादि को एक लिंक के रूप मे व्यवस्थित कर सकते हैं। इन सभी लिंक को केवल एक डिजिटल स्कैनर ही पढ़ सकता है।
QR Code के निर्माण में चार तरह के Standardized Encoding Modes का इस्तेमाल किया जाता है, जिनमें Numeric, Alphanumeric, Byte/Binary के अलावा कांजी/Kanji शामिल होते हैं। कांजी जो कुछ खास किस्म के Chinese Character होते हैं, जो आजकल की जापानी लेखन प्रणाली के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं।
QR कोड के फायदे
1. QR कोड के अंदर आप कम से कम जगह में ज्यादा से ज्यादा Data रख सकते हैं।
2. QR कोड में Error Correction Ability बहुत ज्यादा होती है, यानी ये हल्की फुल्की कमियों में सुधार कर पूर्ण परिणाम देने में सक्षम होता हैं। ये QR कोड के लगभग 30 प्रतिशत डेमेज होने पर भी पूर्ण ओर सटीक परिणाम देता है, क्योंकि ये Destroyed पार्ट को खुद Repair कर आपको सटीक परिणाम देता है। यही कारण है कि क्यूआर कोड बहुत ज्यादा उपयोग में लाया जाता है।
3. QR कोड को किसी भी दिशा या एंगल/कोण से स्कैन किया जा सकता है, इसमे 360 डिग्री High Speed Reading Capacity होती है।
4. QR Code सर्विस एक ऐसी कॉमन सर्विस है जिसे भारत मे सर्विस दे रही सभी प्रमुख कंपनियों जैसे Rupay, MasterCard, Visa के साथ जोड़ा गया है।
5. एक QR Code के अंदर हम 7089 Digits या 4292 Character कुछ खास Symbol के साथ रख सकते हैं। Binary भाषा मे हो तो 4292 Character रख सकते हैं। Kanji मोड में हो तो इसमे अधिकतम 1817 Character का इस्तेमाल कर सकते हैं। नंबर और करैक्टर के अलावा इसमे हम कुछ शब्द और वाक्यांश भी रख सकते हैं।
6. ग्राहकों का डाटाबेस तैयार करने में ओर अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए अपने Visiting Cards में भी आप QR Code रख सकते हैं। Visiting Card में ये कोड देने पर नाम, फोन नंबर, E-Mail एड्रेस वगैरह आपके मोबाइल में स्टोर हो जाते हैं।
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